141. ‘‘व्याकरणरूपाणां ज्ञानम् तेषां प्रकरणेषु प्रयोग:’’ कथ्यते-
1. व्याकरणस्य व्याख्यानात्मकं ज्ञानम्
2. व्याकरणस्य प्रक्रियात्मकं ज्ञानम्
3. प्रकरणे प्रयुक्तं व्याकरणम्
4. व्याकरणस्य विषयज्ञानम्
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Answer – (2)
व्याकरण के अन्तर्गत रूपों का ज्ञान तथा उनका प्रयोग करना व्याकरण प्रक्रियात्मक ज्ञान कहलाता है। प्रक्रियात्मक ज्ञान (जानने के तरीके के रूप में भी जाना जाता है, और कभी-कभी व्यावहारिक ज्ञान, अनिवार्य ज्ञान आदि के रूप में जाना जाता है) इस क्रिया में छात्रों को यह जानना आवश्यक हो जाता है कि किसी क्रिया को सही तरीके से कैसे किया जाए या किस कौशल का प्रयोग किया जाए ? यह प्रक्रियात्मक ज्ञान व्याकरण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
व्याकरण के अन्तर्गत रूपों का ज्ञान तथा उनका प्रयोग करना व्याकरण प्रक्रियात्मक ज्ञान कहलाता है। प्रक्रियात्मक ज्ञान (जानने के तरीके के रूप में भी जाना जाता है, और कभी-कभी व्यावहारिक ज्ञान, अनिवार्य ज्ञान आदि के रूप में जाना जाता है) इस क्रिया में छात्रों को यह जानना आवश्यक हो जाता है कि किसी क्रिया को सही तरीके से कैसे किया जाए या किस कौशल का प्रयोग किया जाए ? यह प्रक्रियात्मक ज्ञान व्याकरण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।