144. प्रतीकभाषा (sign language) सन्दर्भे किं कथनं सत्यम्?
1. प्रतीकभाषाया: व्याकरणं भवति।
2. प्रतीकभाषाया: व्याकरणं न भवति।
3. प्रतीकभाषायां सङ्केतसमूहा: भवन्ति।
4. प्रतीकभाषा स्वाभाविकी न भवति।
Click To Show Answer
Answer -(1)
प्रतीकभाषा के सन्दर्भ में यह कथन सत्य है कि प्रतीक भाषा का सम्बन्ध व्याकरण से होता है। दो या तीन या चार ध्वनियों से वह शब्दों का निर्माण करता है, और शब्दों में अर्थ का आरोपण करता है। यानी मनुष्य की भाषा में ध्वनियाँ प्रतीक नहीं है, ध्वनियों से बने शब्द प्रतीक है। इस प्रतीक को हम चिह्न के रूप में व्यक्त कर सकते हैं। भाषा में प्रतीक (चिह्न) का अर्थ है-ठहराव, विश्राम, रूकना। विराम का अर्थ है-रूकना अर्थात् वाक्य को लिखते समय थोड़ा बहुत रूकना पड़ता है जिससे भाषा स्पष्ट अर्थवान एवं भावपूर्ण हो जाती है। लिखित भाषा में इस विश्राम को दिखाने के लिए कुछ विशेष चिह्नों का प्रयोग करते हैं। इन्हें ही विराम चिह्न कहा जाता है।
प्रतीकभाषा के सन्दर्भ में यह कथन सत्य है कि प्रतीक भाषा का सम्बन्ध व्याकरण से होता है। दो या तीन या चार ध्वनियों से वह शब्दों का निर्माण करता है, और शब्दों में अर्थ का आरोपण करता है। यानी मनुष्य की भाषा में ध्वनियाँ प्रतीक नहीं है, ध्वनियों से बने शब्द प्रतीक है। इस प्रतीक को हम चिह्न के रूप में व्यक्त कर सकते हैं। भाषा में प्रतीक (चिह्न) का अर्थ है-ठहराव, विश्राम, रूकना। विराम का अर्थ है-रूकना अर्थात् वाक्य को लिखते समय थोड़ा बहुत रूकना पड़ता है जिससे भाषा स्पष्ट अर्थवान एवं भावपूर्ण हो जाती है। लिखित भाषा में इस विश्राम को दिखाने के लिए कुछ विशेष चिह्नों का प्रयोग करते हैं। इन्हें ही विराम चिह्न कहा जाता है।