146. निम्नलिखितेषु अध्ययन-योग्यता काऽस्ति ?
1. टिप्पणीलेखनाय, पाठसारनिर्माणाय पठनम्।
2. मनोरञ्जनाय अन्यैश्च सहभागाय पठनम्।
3. अभिरुचये समाचारपत्रपठनम्।
4. लघुकथापठनम् तदनु विमर्शश्च।
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Answer -(1)
उपर्युक्त में से अध्ययन-योग्यता में टिप्पणी लेखन तथा पाठसार (पाठ का सारांश) का निर्माण व पठन ही अध्ययन की योग्यता माना गया है। छात्रों में योग्यता आधारित शिक्षा सीखने के परिणामों के प्रदर्शन और विषय में विशेष दक्षताओं में दक्षता प्राप्त करने पर केन्द्रित होना चाहिए। बालकों में यह योग्यता तभी मानी जा सकती है जब वे पाठ में रस, छन्द और अलंकार (पाठ में निहित काव्य सौन्दर्य) तथा पाठ का सारांश लिखने की योग्यता हो।
उपर्युक्त में से अध्ययन-योग्यता में टिप्पणी लेखन तथा पाठसार (पाठ का सारांश) का निर्माण व पठन ही अध्ययन की योग्यता माना गया है। छात्रों में योग्यता आधारित शिक्षा सीखने के परिणामों के प्रदर्शन और विषय में विशेष दक्षताओं में दक्षता प्राप्त करने पर केन्द्रित होना चाहिए। बालकों में यह योग्यता तभी मानी जा सकती है जब वे पाठ में रस, छन्द और अलंकार (पाठ में निहित काव्य सौन्दर्य) तथा पाठ का सारांश लिखने की योग्यता हो।