148. मूल्याङ्कन-उद्देश्यसन्दर्भे निम्नलिखितेषु किं कथनं सत्यम् ?
a. विशिष्टकालावधौ छात्रै: उपलब्धा: योग्यता: सक्षमताश्च।
b. सहपाठिनां सापेक्षतया छात्राणां शिक्षण-सूचना।
c. स्वकक्षायां अन्यै: छात्रै: सह प्रतियोगितायै प्रेरणम् ।
d. वर्षान्ते छात्राणाम् व्याकरणात्मकप्रवाहविषये अध्यापकाय सूचनम् ।
1. a तथा b सत्ये स्त:।
2. c तथा d सत्ये स्त:।
3. b तथा c सत्ये स्त:।
4. d तथा a सत्ये स्त:।
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Answer -(1)
मूल्यांकन के उद्देश्य के सन्दर्भ में छात्रों में विशेष प्रकार से सक्षमयोग्यता एवं सहपाठियों के साथ छात्रों द्वारा शिक्षण की सूचना प्रदान करना। विद्यालय में ऐसी संस्कृति की रचना करने की क्षमता होनी चाहिए कि शिक्षकों और छात्रों के बीच समृद्ध संबंधों की स्थापना में योगदान करने एवं छात्रो में विशिष्ट योग्यता प्रदान करने की क्षमता ही मूल्यांकन का उद्देश्य होना चाहिए।
मूल्यांकन के उद्देश्य के सन्दर्भ में छात्रों में विशेष प्रकार से सक्षमयोग्यता एवं सहपाठियों के साथ छात्रों द्वारा शिक्षण की सूचना प्रदान करना। विद्यालय में ऐसी संस्कृति की रचना करने की क्षमता होनी चाहिए कि शिक्षकों और छात्रों के बीच समृद्ध संबंधों की स्थापना में योगदान करने एवं छात्रो में विशिष्ट योग्यता प्रदान करने की क्षमता ही मूल्यांकन का उद्देश्य होना चाहिए।