145. निम्नलिखितेषु किं प्रामाणिकसामग्रीरूपेण न स्वीक्रियते-
1. समाचारपत्रात् व्यंग्यचित्रम्
2. पत्रिकायाम् समाचारपत्रम्
3. प्रसिद्धलेखकस्य लघुकथा
4. पाठ्यपुस्तकलेखकेन जलवायुपरिवर्तने लिखित: लेख:
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Answer – (4)
उपर्युक्त में से पाठ्य पुस्तक के जलवायु परिवर्तन लिखित लेख प्रामाणिक सामग्री को स्वीकार नहीं किया गया है। बल्कि समाचार पत्र से व्यंग्यचित्र, पत्रिका में समाचार पत्र तथा प्रसिद्ध लेखक की लघु कथा के रूप में स्वीकार किया गया है। समाचार पत्र से व्यंग्य चित्र तथा पत्रिका में समाचार पत्र में प्रकाशित होने वाले व्यंग्य लेख एवं व्यंग्य चित्र (कार्टून) जनमानस को प्रभावित करते हैं। किसी भी समाचार पत्र एवं पत्रिका में प्रकाशित व्यंग्य लेख एवं व्यंग्य चित्र पर पाठक ध्यान सबसे पहले जाता है। इसी प्रकार प्रसिद्ध लेखक की लघुकथा से भी पाठक के मन में (कथावस्तु, चरित्र-चित्रण, वातावरण, संवाद,भाषा शैली तथा उद्देश्य) विशेष प्रभाव पड़ते हैं।
उपर्युक्त में से पाठ्य पुस्तक के जलवायु परिवर्तन लिखित लेख प्रामाणिक सामग्री को स्वीकार नहीं किया गया है। बल्कि समाचार पत्र से व्यंग्यचित्र, पत्रिका में समाचार पत्र तथा प्रसिद्ध लेखक की लघु कथा के रूप में स्वीकार किया गया है। समाचार पत्र से व्यंग्य चित्र तथा पत्रिका में समाचार पत्र में प्रकाशित होने वाले व्यंग्य लेख एवं व्यंग्य चित्र (कार्टून) जनमानस को प्रभावित करते हैं। किसी भी समाचार पत्र एवं पत्रिका में प्रकाशित व्यंग्य लेख एवं व्यंग्य चित्र पर पाठक ध्यान सबसे पहले जाता है। इसी प्रकार प्रसिद्ध लेखक की लघुकथा से भी पाठक के मन में (कथावस्तु, चरित्र-चित्रण, वातावरण, संवाद,भाषा शैली तथा उद्देश्य) विशेष प्रभाव पड़ते हैं।