प्रश्न 18: बच्चे अक्सर अपने आस-पास की घटनाओं की अपनी व्याख्या लेकर आते हैं। बारिश क्यों होती है, यह पूछे जाने पर सिया कहती है- “भगवान अपने कंधों पर पानी की बाल्टियां ढ़ो-ढ़ोकर थक चुके थे।” ऐसी व्याख्याएं-
(1) चित्रित करती हैं कि बच्चों का एक आत्मकेंद्रित दृष्टिकोण है और वे दूसरे के दृष्टिकोण पर विचार नहीं कर सकते।
(2) स्पष्ट करती हैं कि बच्चे तर्क करने में सक्षम नहीं हैं।
(3) साबित करती हैं कि बच्चों की सोच वयस्कों की तुलना में ‘मात्रात्मक’ रूप से बहुत कम है।
(4) संकेत देती हैं कि बच्चों में अपने सांस्कृतिक परिवेश के अनुकूल ‘सहज’ समझ होती है जिससे वे घटनाओं को समझने की कोशिश करते हैं।
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उत्तर: (4) संकेत देती हैं कि बच्चों में अपने सांस्कृतिक परिवेश के अनुकूल ‘सहज’ समझ होती है जिससे वे घटनाओं को समझने की कोशिश करते हैं।
कारण: बच्चे अपने सांस्कृतिक संदर्भ और व्यक्तिगत अनुभवों के आधार पर दुनिया को समझने की कोशिश करते हैं। उनकी व्याख्याएं अक्सर रचनात्मक और कल्पनाशील होती हैं, जो उनके संज्ञानात्मक विकास को दर्शाती हैं।
Next Questionकारण: बच्चे अपने सांस्कृतिक संदर्भ और व्यक्तिगत अनुभवों के आधार पर दुनिया को समझने की कोशिश करते हैं। उनकी व्याख्याएं अक्सर रचनात्मक और कल्पनाशील होती हैं, जो उनके संज्ञानात्मक विकास को दर्शाती हैं।
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