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नीचे दिए गए पद्मांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए I
केवल विदेशी वस्तु ही क्यों अब स्वदेशी है कहाँ’,
वह वेशभूषा और भाषा, सब विदेशी है यहाँ I
गुण मात्र छोड़ विदेशियों के हम उन्हीं में सन गये,
कैसी नकल की वाह! हम नक्काल पूरे बन गए I
सब स्वाभिमान डुबो चुके जो पूर्व-पारावार में,
आश्चर्य है, हम आज भी हैं जी रहे संसार में I
किन्तु इसे जीना कहें तो फिर कहें मरना किसे?
जीना कहाँ है वह नहीं है ध्यान कुछ अपना जिसे?
केवल विदेशी वस्तु ही क्यों अब स्वदेशी है कहाँ’,
वह वेशभूषा और भाषा, सब विदेशी है यहाँ I
गुण मात्र छोड़ विदेशियों के हम उन्हीं में सन गये,
कैसी नकल की वाह! हम नक्काल पूरे बन गए I
सब स्वाभिमान डुबो चुके जो पूर्व-पारावार में,
आश्चर्य है, हम आज भी हैं जी रहे संसार में I
किन्तु इसे जीना कहें तो फिर कहें मरना किसे?
जीना कहाँ है वह नहीं है ध्यान कुछ अपना जिसे?
102. ‘उन्हीं में सन गए’ पंक्ति का भाव है –
1. उन्हीं में डूब जाना I
2. उनके जैसे हो जाना I
3. उन्हीं की सुनना I
4. उनके रंग पहनना I
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Answer – (2)