141. श्रीनगरे काचित छात्रा मलयालयमभाषां तृतीयभाषारूपेण अधीते। कक्षायां परस्परं सम्पर्कमाध्यमेन सा एकस्मिन् वर्षे एनां भाषां भाषितुं पठितुं च शक्नोति। एतत् किं कथ्यते ?
1. भाषा-अधिगम:
2. भाषा-प्राप्ति:
3. भाषा वृद्धि: (Addition)
4. ऋणात्मिका द्विभाषीयता
Click To Show Answer
Answer -(1)
श्रीनगर में स्थित कोई छात्र तृतीयभाषा के रूप में मलयालम भाषा पढ़ता है। इस पढ़ने की क्रिया से कक्षा में छात्र परस्पर सम्पर्क माध्यम के द्वारा भाषा सीखने व पढ़ने में सक्षम हो जायेगा। इस क्रिया को भाषा अधिगम कहते हैं। ‘भाषा को सीखना’ भाषा अधिगम का अर्थ है। हम कह सकते हैं कि मनुष्य अपने विचारों को अभिव्यक्ति करने और समाज एवं परिवेश के साथ सामंजस्य स्थापित करने की लिए जिस प्रक्रिया द्वारा अपनी भाषा क्षमता का विकास करता है, वह प्रक्रिया भाषा अधिगम कहलाती है।
श्रीनगर में स्थित कोई छात्र तृतीयभाषा के रूप में मलयालम भाषा पढ़ता है। इस पढ़ने की क्रिया से कक्षा में छात्र परस्पर सम्पर्क माध्यम के द्वारा भाषा सीखने व पढ़ने में सक्षम हो जायेगा। इस क्रिया को भाषा अधिगम कहते हैं। ‘भाषा को सीखना’ भाषा अधिगम का अर्थ है। हम कह सकते हैं कि मनुष्य अपने विचारों को अभिव्यक्ति करने और समाज एवं परिवेश के साथ सामंजस्य स्थापित करने की लिए जिस प्रक्रिया द्वारा अपनी भाषा क्षमता का विकास करता है, वह प्रक्रिया भाषा अधिगम कहलाती है।