143. काव्यस्य अध्ययन- अध्यापनस्य मुख्यप्रयोजनम् अस्ति-
1. रसास्वादनं मूल्याङ्कनम् च
2. काव्यलेखनस्य प्रतिभाविकास:
3. भाषा-शिक्षणम्
4. शब्दसङ्ग्रहस्य व्याकरणस्य च ज्ञानम्
Click To Show Answer
Answer -(1)
काव्य (पद्य) को पढ़नेपढ़ ाने का मुख्य प्रयोजन कविता में निहित तत्वों (रस, छन्द और अलंकार) का रसास्वादन प्राप्त करना होता है। काव्य प्रयोजन का तात्पर्य यह है कि काव्य का उद्देश्य अथवा रचना की आंतरिक प्रेरणा शक्ति। एक शिक्षक को अपने छात्रों के प्रति अध्ययन-अध्यापन के समय यह ध्यान देना चाहिए कि उस काव्य में निहित सम्पूर्ण तत्वों का रसास्वादन की प्राप्ति सुगमता पूर्वक हो सके।
काव्य (पद्य) को पढ़नेपढ़ ाने का मुख्य प्रयोजन कविता में निहित तत्वों (रस, छन्द और अलंकार) का रसास्वादन प्राप्त करना होता है। काव्य प्रयोजन का तात्पर्य यह है कि काव्य का उद्देश्य अथवा रचना की आंतरिक प्रेरणा शक्ति। एक शिक्षक को अपने छात्रों के प्रति अध्ययन-अध्यापन के समय यह ध्यान देना चाहिए कि उस काव्य में निहित सम्पूर्ण तत्वों का रसास्वादन की प्राप्ति सुगमता पूर्वक हो सके।