146. भाषामूल्याङ्कनस्य प्रयोजनम् अस्ति–
1. छात्राणाम् उपलब्धे: मापनम्।
2. छात्राणाम् स्वकक्षायां स्थाननिर्धारणम्।
3. तेषां सम्पूर्णाया: सज्र्लिताया: च उपलब्धे मापनम्।
4. छात्राणां भाषादक्षताया: मापनम्।
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Answer – (4)
भाषा मूल्यांकन का प्रयोजन छात्रों में भाषादक्षता का मापन है। भाषा की कक्षा में मूल्यांकन का प्रयोजन है कि भाषा की समझ, विभिन्न सन्दर्भों में भाषा को उपयोग करने की क्षमता एवं सौन्दर्यपरक पहलू परख सकने की क्षमता का मापन। छात्रों में इस प्रकार का प्रयोजन सीखने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण अंग है। इस क्रिया से एक शिक्षक विद्यार्थियों के भाषा सम्बन्धी समस्त कौशलों के सम्बन्ध में शिक्षण अवधि के दौरान पाठ्यक्रम की समाप्ति पर निर्णय लेता है।
भाषा मूल्यांकन का प्रयोजन छात्रों में भाषादक्षता का मापन है। भाषा की कक्षा में मूल्यांकन का प्रयोजन है कि भाषा की समझ, विभिन्न सन्दर्भों में भाषा को उपयोग करने की क्षमता एवं सौन्दर्यपरक पहलू परख सकने की क्षमता का मापन। छात्रों में इस प्रकार का प्रयोजन सीखने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण अंग है। इस क्रिया से एक शिक्षक विद्यार्थियों के भाषा सम्बन्धी समस्त कौशलों के सम्बन्ध में शिक्षण अवधि के दौरान पाठ्यक्रम की समाप्ति पर निर्णय लेता है।