148. भाषाशिक्षक: समाजविज्ञानशिक्षकेण सह ‘भारतस्यसांस्कृतिक -विविधता’ इति विषयं अधिकृत्य एकं समानुदेशनम् कार्यं (Assignment) प्रददाति, विद्यार्थिभि: अपेक्षते यत् प्रतिवेदनलेखनाय तदाधारितं चित्रं (Poster) निर्मातुं तै: समाजविज्ञानपुस्तकानि इतिहास-भूगोल-संस्कृति-राजनीतिशास्त्रै: सम्बद्धानि अन्यद्पुस्तकानि लेखनानि च अनुशीलनं करणीयानि। भाषाशिक्षणस्य एतादृशी प्रक्रिया का कथ्यते ?
1. समाजविज्ञानस्य भाषा
2. समाजविज्ञान-समानुदेशनकार्यम् (Social Science Assignment)
3. आपाठ्यचर्या भाषा (Language Across the Curriculum)
4. भाषालेखन-विकासम्
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Answer – (3)
भाषा शिक्षक तथा सामाजिक विज्ञान के शिक्षक के साथ ‘भारत की सांस्कृतिक विविधता’ नामक शीर्षक पर छात्रों को लिखने के साथ-साथ आवश्यकतानुसार चित्र का निर्माण करने एवं सामाजिक विज्ञान के पुस्तक में इतिहास-भूगोल करने एवं सामाजिक विज्ञान के पुस्तक में इतिहास-भूगोल-संस्कृतिराजनीतिशास्त्र से सम्बन्धित अन्य पुस्तकों से लेखन क्रिया करने व चिंतन करने की क्रिया को भाषा शिक्षण के अन्तर्गत आपाठ्यचर्या भाषा की संज्ञा दी गयी है।
भाषा शिक्षक तथा सामाजिक विज्ञान के शिक्षक के साथ ‘भारत की सांस्कृतिक विविधता’ नामक शीर्षक पर छात्रों को लिखने के साथ-साथ आवश्यकतानुसार चित्र का निर्माण करने एवं सामाजिक विज्ञान के पुस्तक में इतिहास-भूगोल करने एवं सामाजिक विज्ञान के पुस्तक में इतिहास-भूगोल-संस्कृतिराजनीतिशास्त्र से सम्बन्धित अन्य पुस्तकों से लेखन क्रिया करने व चिंतन करने की क्रिया को भाषा शिक्षण के अन्तर्गत आपाठ्यचर्या भाषा की संज्ञा दी गयी है।