127. ‘आरब्ध:’ इति पदे प्रयुक्त: कृदन्तप्रत्यय:-
1. क्त
2. शतृ
3. शानच्
4. क्त्वा Click To Show AnswerClick To Hide Answer
Answer -(1)
आरब्ध: शब्द में ‘क्त’ प्रत्यय का विधान किया गया है। किसी कार्य की समाप्ति का ज्ञान कराने के लिए अर्थात् भूतकाल के अर्थ में ‘क्त’ प्रत्यय का प्रयोग किया जाता है। ‘क्त’ प्रत्यय धातु से भाव वाच्य या कर्मवाच्य में होता है और इसका ‘त’ शेष बचता है। इसके रूप तीनो लिङ्गों में चलते हैं।