पद्यांश पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सबसे उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनिएः
नन्हे-नन्हे दीप! नहीं तुम हार मानना
अंधियार से घिरी धरा को ज्योतिमय करते रहना।
दिख जाए यदि कहीं बटोही भूला-भटका-
उसको राह दिखाना देखो भूल न जाना,
घोर अंधेरी रातों से तुम तम को दूर भगाना,
पुण्यकाम यह बहुत कठिन चाहे लगता हो,
कठिनाई के बीच सदा तुम खिल-खिल हँसते रहना,
अंधकार में तुम बन जाना सूर्य, सूर्य-सा जलते रहना।
नन्हे-नन्हे दीप! नहीं तुम हार मानना
अंधियार से घिरी धरा को ज्योतिमय करते रहना।
दिख जाए यदि कहीं बटोही भूला-भटका-
उसको राह दिखाना देखो भूल न जाना,
घोर अंधेरी रातों से तुम तम को दूर भगाना,
पुण्यकाम यह बहुत कठिन चाहे लगता हो,
कठिनाई के बीच सदा तुम खिल-खिल हँसते रहना,
अंधकार में तुम बन जाना सूर्य, सूर्य-सा जलते रहना।
101. ‘‘अंधकार में तुम बन जाना सूर्य, सूर्य-सा जलते रहना’’ उक्त पंक्ति में प्रयुक्त अंधकार है:
1. अनुप्रास अतिशयोक्ति
2. अनुप्रास यमक
3. यमक अनुप्रास
4. अनुप्रास उपमा
Click To Show Answer
Answer – (4)