पद्यांश पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
निम्नलिखित पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के सबसे उपयुक्त विकल्प को चुनकर उत्तर दीजिएः
कलम, आज उनकी जय बोल,
जला अस्थियाँ बारी-बारी
छिटकायी जिसने चिनगारी,
जो चढ़ गये पुण्य-वेदी पर लिये बिना गरदन का मोल।
जो अगणित लघु दीप हमारे
तूफानों में एक किनारे,
जल-जल कर बुझ गये, किसी दिन माँगा नहीं स्नेह मुँह खोल।
कलम, आज उनकी जय बोल।
कलम, आज उनकी जय बोल,
जला अस्थियाँ बारी-बारी
छिटकायी जिसने चिनगारी,
जो चढ़ गये पुण्य-वेदी पर लिये बिना गरदन का मोल।
जो अगणित लघु दीप हमारे
तूफानों में एक किनारे,
जल-जल कर बुझ गये, किसी दिन माँगा नहीं स्नेह मुँह खोल।
कलम, आज उनकी जय बोल।
104. निम्नलिखित में से संज्ञा शब्द हैः
1. पुण्य
2. लघु
3. छिटकायी
4. चिनगारी
Click To Show Answer
Answer – (4)