149. भाषामूल्याङ्कनस्य प्रयोजनम् अस्ति–
1. छात्राणाम् उपलब्धे: मापनम्।
2. छात्राणाम् स्वकक्षायां स्थाननिर्धारणम्।
3. तेषां सम्पूर्णाया: सज्र्लिताया: च उपलब्धे मापनम्।
4. छात्राणां भाषादक्षताया: मापनम्।
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Answer – (4)
भाषा का मूल्यांकन प्रयोजन छात्रों के भाषादक्षता का मापन है। मापन की अपेक्षा मूल्यांकन अधिक व्यापक है। मापन के अन्तर्गत किसी व्यक्ति अथवा वस्तु के गुणों अथवा विशेषताओं का मात्र वर्णन ही किया जाता है। जबकि मूल्यांकन के अन्तर्गत उस व्यक्ति अथवा वस्तु के गुणों अथवा विशेषताओं के जरूरतों के बारे में बात की जाती है।
भाषा का मूल्यांकन प्रयोजन छात्रों के भाषादक्षता का मापन है। मापन की अपेक्षा मूल्यांकन अधिक व्यापक है। मापन के अन्तर्गत किसी व्यक्ति अथवा वस्तु के गुणों अथवा विशेषताओं का मात्र वर्णन ही किया जाता है। जबकि मूल्यांकन के अन्तर्गत उस व्यक्ति अथवा वस्तु के गुणों अथवा विशेषताओं के जरूरतों के बारे में बात की जाती है।