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निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सबसे उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनिएः
अंतःकरण कहे, हे जननी, मैं तेरा, तू मेरी है।
मेरे लेखे ज्ञान ध्यान तू, तू रत्नों की ढेरी है।
तेरी धूल स्वर्ग सिंहासन से भी मुझे सुन्दर है।
तेरी रज का एक-एक कण हीरे से भी बढ़कर है।
तू ही धर्म-कर्म, जप-तप-व्रत, तू ही योग-भोग सब है।
अपनी ही ममता माता दे हम लोगों को आज सिखा
शक्ति रूप से आकर आगे अन्नपूर्णा रूप दिखा।
102. अन्नपूर्णा का शाब्दिक अर्थ होगा:
1. धान्य की अधिष्ठात्री
2. धन की अधिष्ठात्री
3. स्वर्ग की अधिष्ठात्री
4. शक्ति की अधिष्ठात्री Click To Show AnswerClick To Hide Answer