51. कोठारी आयोग (1964-66) के अनुसार,
1. कक्षा I से कक्षा X तक के छात्रों के लिए गणित एक अनिवार्य विषय होना चाहिए, जो कि सामान्य शिक्षा का हिस्सा हो।
2. यह केवल कल्पना है कि गणित छात्रों में मानसिक कौशल, अनुशासन, सांस्कृतिक, सामाजिक और नैतिक मूल्यों को विकसित करता है।
3. गणित, छात्रों में विश्लेषणात्मक तर्क, चिंतन, आत्मविश्वास और मनोभावों को विकसित करता है।
4. प्रत्येक छात्र गणित में अमूर्तता नहीं समझ सकता है, अतः कक्षा आठवीं (VIII) के बाद इसे वैकल्पिक विषय के रूप में रखना चाहिए।
Click To Show Answer