147. ‘पाठ-प्रामाणिकता’ (Text-authenticity) इत्यनेन कोऽशय:?
1. पाठ्यपुस्तकलेखकै: विकसिता: सुविचारिता: पाठा:
2. नैसर्गिकभाषाप्रयोगं संदर्भं च अनुसृत्य पाठस्य उद्गम:
3. अधिकारि-विद्वद्भि: एकं आधिकारिकं पाठम्
4. पाठ्यपुस्तकस्था: समस्तपाठा: आख्यानि च
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Answer – (2)
अनुसृत्य पाठ का उद्गम और नैसर्गिक भाषा के सन्दर्भ में प्रयोग ‘पाठ प्रामाणिकता’ का आशय है।
अनुसृत्य पाठ का उद्गम और नैसर्गिक भाषा के सन्दर्भ में प्रयोग ‘पाठ प्रामाणिकता’ का आशय है।