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निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सबसे उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनिएः
यही जो छोटी-सी दुनिया हमें मिली है
सच है, सुंदर है
और असह्य भी-
यही सम्हाले नहीं सम्हलती है
यही भरी है, इतने हर्ष से, यही द्रवित है इतने विषाद से।
अपने बगल में टुकुर-टुकुर ताकती गिलहरी से
कहा फूल ने,
एक बुढ़िया अपनी गुदड़ी से निकालकर
एक तोताखाया फल अपनी नातिन को देते हुए यही बोली।
यही जो छोटी-सी दुनिया हमें मिली है
सच है, सुंदर है
और असह्य भी-
यही सम्हाले नहीं सम्हलती है
यही भरी है, इतने हर्ष से, यही द्रवित है इतने विषाद से।
अपने बगल में टुकुर-टुकुर ताकती गिलहरी से
कहा फूल ने,
एक बुढ़िया अपनी गुदड़ी से निकालकर
एक तोताखाया फल अपनी नातिन को देते हुए यही बोली।
102. दुनिया के सच, सुंदर और असह्य होने की बात किसने किससे कही?
1. नातिन ने दादी से
2. नातिन ने नानी से
3. दादी ने नातिन से
4. नानी ने नातिन से
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Answer – (4)