136. विद्यालयीयां शिक्षायां बहुभाषीयताया: कोऽर्थ:?
1. यथासम्भवं बहुभाषाणाम् अध्ययन-अध्यापनम्।
2. मातृभाषाया: भाषारूपेण माध्यमरूपेण च अध्ययन- अध्यापनम् ।
3. मातृभाषाया/गृहभाषाया: अध्ययन-अध्यापनं, तत्पश्चात् अन्यासां भाषाणां योजनम् ।
4. तिसृणां भाषाणाम् अध्ययन-अध्यापनं यासु मातृभाषा, हिंदीभाषा, वैदेशिकीभाषारूपेण आङ्गलभाषा स्यु:।
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Answer – (3)
विद्यालयीय शिक्षा में बहुभाषीयता का अर्थ यह है कि मातृभाषा अथवा गृहभाषा में अध्ययन-अध्यापन के पश्चात् अन्य भाषाओं की शिक्षा प्रदान करना बहुभाषी कक्षा के मुख्य सिद्धान्त- (1) छात्र-छात्रा उस भाषा में सर्वश्रेष्ठ ढंग से सीखते हैं, जिसे वे सबसे अच्छी तरह जानते हैं। (2) शिक्षक उस भाषा में सबसे प्रभावी ढंग से सिखाते हैं जिसको वे सबसे अच्छी तरह जानते हैं। (3) प्रथम भाषा में जितना अधिक अध्यापन और शिक्षण होता है, शैक्षणिक परिणाम भी उतने ही बेहतर होते हैं।
विद्यालयीय शिक्षा में बहुभाषीयता का अर्थ यह है कि मातृभाषा अथवा गृहभाषा में अध्ययन-अध्यापन के पश्चात् अन्य भाषाओं की शिक्षा प्रदान करना बहुभाषी कक्षा के मुख्य सिद्धान्त- (1) छात्र-छात्रा उस भाषा में सर्वश्रेष्ठ ढंग से सीखते हैं, जिसे वे सबसे अच्छी तरह जानते हैं। (2) शिक्षक उस भाषा में सबसे प्रभावी ढंग से सिखाते हैं जिसको वे सबसे अच्छी तरह जानते हैं। (3) प्रथम भाषा में जितना अधिक अध्यापन और शिक्षण होता है, शैक्षणिक परिणाम भी उतने ही बेहतर होते हैं।