Part – IV Hindi (Language I)
(Official Answer Key)
परीक्षा (Exam) – CTET Paper I Primary Level (Class I to V)
भाग (Part) – Part – IV Language I Hindi
परीक्षा आयोजक (Organized) – CBSE
कुल प्रश्न (Number of Question) – 30
परीक्षा तिथि (Exam Date) – 31st December 2021
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निर्देश : नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सबसे उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनिए –
मैं अक्सर सोचता हूँ कि वे शहर कितने दुर्भागे हैं, जिनके अपने कोई खण्डहर ही नहीं। उनमें रहना उतना ही भयानक अनुभव हो सकता है, जैसे किसी ऐसे व्यक्ति से मिलना, जो अपनी स्मृति खो चुका है, जिसका कोई अतीत नहीं। अगर मुझसे कोई नरक की परिभाषा पूछे तो वह है, हमेशा वर्तमान में रहना एक अंतहीन रोशनी, जहाँ कोई छाया नहीं, जहाँ आदमी हमेशा आँखें खोले रहता है।
जब वर्तमान का बोझ असह्य हो, मैं अपना घर छोड़कर शहर के दूसरे ‘घरों’ में चला जाता हूँ – जहाँ अब कोई लोग नहीं रहते – जहाँ अँधेरा होते ही चमगादड़ आते हैं। ये हमारे शहर में खण्डहर हैं- शहर की स्मृतियाँ और स्वप्न। एक ऐसा भी युग था, जब न शहर थे न खण्डहर – आदमी अपना अतीत खुद अपने भीतर लेकर चलता था। यहाँ यूँ कहें कि स्मृति अभी तक इतिहास नहीं बनी थी।
मैं अक्सर सोचता हूँ कि वे शहर कितने दुर्भागे हैं, जिनके अपने कोई खण्डहर ही नहीं। उनमें रहना उतना ही भयानक अनुभव हो सकता है, जैसे किसी ऐसे व्यक्ति से मिलना, जो अपनी स्मृति खो चुका है, जिसका कोई अतीत नहीं। अगर मुझसे कोई नरक की परिभाषा पूछे तो वह है, हमेशा वर्तमान में रहना एक अंतहीन रोशनी, जहाँ कोई छाया नहीं, जहाँ आदमी हमेशा आँखें खोले रहता है।
जब वर्तमान का बोझ असह्य हो, मैं अपना घर छोड़कर शहर के दूसरे ‘घरों’ में चला जाता हूँ – जहाँ अब कोई लोग नहीं रहते – जहाँ अँधेरा होते ही चमगादड़ आते हैं। ये हमारे शहर में खण्डहर हैं- शहर की स्मृतियाँ और स्वप्न। एक ऐसा भी युग था, जब न शहर थे न खण्डहर – आदमी अपना अतीत खुद अपने भीतर लेकर चलता था। यहाँ यूँ कहें कि स्मृति अभी तक इतिहास नहीं बनी थी।
91. ‘जिनके अपने कोई खण्डहर नहीं रेखांकित शब्द से आशय है –
1. इतिहास
2. वर्तमान
3. अस्तित्व
4. भविष्य
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Answer -(1)