150. एका शिक्षिका काचित् त्रुटीन् उदाहृत्य, त्रुटिकत्र्तारम् अनुल्लेख्य च सम्भाषणे उच्चारणे च विद्यार्थिनां ध्यानं आकर्षति। एतत् सा प्रतिसप्ताहं करोति। सम्भाषणं उच्चारणं च परिष्कत्र्तुं सा किं करोति ?
1. त्रुटि-विश्लेषणम् (Error analysis)
2. दृष्टान्त-माध्यमेन उच्चारण-शिक्षणम् (Teaching Pronunciation through examples)
3. संप्रेषण-कौशलम् (Communication skills)
4. प्रतिपुष्टि: (Feedback)
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Answer – (4)
एक शिक्षिका के द्वारा कुछ त्रुटियों का उदाहरण तथा उन त्रुटियों का उल्लेख करके सम्भाषण और उच्चारण के द्वारा विद्यार्थियों का ध्यान आकर्षित करती हैं। इस प्रकार की क्रिया प्रत्येक सप्ताह में होती है। सम्भाषण और उच्चारण की क्रिया प्रतिपुष्टि कहलाती है।
एक शिक्षिका के द्वारा कुछ त्रुटियों का उदाहरण तथा उन त्रुटियों का उल्लेख करके सम्भाषण और उच्चारण के द्वारा विद्यार्थियों का ध्यान आकर्षित करती हैं। इस प्रकार की क्रिया प्रत्येक सप्ताह में होती है। सम्भाषण और उच्चारण की क्रिया प्रतिपुष्टि कहलाती है।