60. राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2005 के गणित शिक्षण पर आधार-पत्र के अनुसार, “आकलन की अपरिष्कृत विधियां गणित को यांत्रिक गणनाओं के रूप में देखने के दृष्टिकोण को बढ़ावा देती है।” निम्नलिखित में से कौन-सा दिए गए कथन के अर्थ की व्याख्या करता है?
1. गणित में आकलन की प्रकृति ने गणित को केवल समस्या के समाधान हेतु कार्य विधि और अभिकलनीय (संगणकीय) कौशल को समाविष्ट करने के रूप में प्रस्तुत किया है।
2. केवल रचनात्मक आकलन विधियां ही गणित में आकलन का भाग होनी चाहिए।
3. अभिकलनीय कौशल, गणित शिक्षा का महत्वपूर्ण भाग है अतः गतिविधियों के द्वारा मूर्त सामग्रियों का उपयोग करते हुए अभिकलन को पढ़ाया जाना चाहिए।
4. प्राथमिक स्तर पर गणित में अभिकलनीय कौशल की आवश्यकता नहीं होती है अतः उच्चतर कक्षाओं में इस पर बल दिया जाना चाहिए।
Click To Show Answer
CTET Exam 6 January 2022 Paper 1 Math (Official Answer Key)
Answer -(1)