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नीचे दिए गए पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सबसे उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनिएः
एक धूप का हँसमुख टुकड़ा
तरु के हरे झरोखे से झर
अलसाया है धरा धूल पर
चिड़िया के सफेद बच्चे सा!
उसे प्यार है भू-रज से
लेटा है चुपके!
वह उड़कर
किरणों के रोमिल पंख खोल
तरु पर चढ़
ओझल हो सकता फिर अमित नील में!
लोग समझते
मैं उसको व्यक्तित्व दे रहा
कला स्पर्श से!
मुझको लगता वही कला को देता निज व्यक्तित्व
स्वयं व्यक्तिवान ज्योतिर्मय जो!
वह रे स्वयंप्रकाश अखंड प्रकाशवान!
एक धूप का हँसमुख टुकड़ा
तरु के हरे झरोखे से झर
अलसाया है धरा धूल पर
चिड़िया के सफेद बच्चे सा!
उसे प्यार है भू-रज से
लेटा है चुपके!
वह उड़कर
किरणों के रोमिल पंख खोल
तरु पर चढ़
ओझल हो सकता फिर अमित नील में!
लोग समझते
मैं उसको व्यक्तित्व दे रहा
कला स्पर्श से!
मुझको लगता वही कला को देता निज व्यक्तित्व
स्वयं व्यक्तिवान ज्योतिर्मय जो!
वह रे स्वयंप्रकाश अखंड प्रकाशवान!
104. ‘तरु के हरे झरोखे से झर’ पंक्ति का भाव हैः
1. पत्तों से झाँकता हुआ।
2. पत्तों से झरता हुआ।
3. पत्तों में लिपटा हुआ।
4. पत्तों पर बैठा हुआ।
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Answer – (2)