11. निम्नलिखित में से किस विधि में शिक्षक और विद्यार्थी अपनी भूमिकाओं का विनिमय करते हैं?
(1) पारस्परिक अध्यापन
(2) अनुकूलित अधिगम
(3) ग्रहणशील अधिगम
(4) वर्णनात्मक अध्यापन
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उत्तर : (1) पारस्परिक अध्यापन
कारण: पारस्परिक अध्यापन (Reciprocal Teaching) एक शिक्षण विधि है जहाँ शिक्षक और छात्र दोनों पाठ का नेतृत्व करने, प्रश्न पूछने, स्पष्टीकरण देने, सारांशित करने और भविष्यवाणी करने की भूमिकाएँ निभाते हैं। इसमें शिक्षक पहले मॉडल प्रस्तुत करता है, और फिर छात्र धीरे-धीरे नेतृत्व की भूमिका निभाते हैं, जिससे यह एक सहयोगी और छात्र-केंद्रित दृष्टिकोण बन जाता है जहाँ भूमिकाओं का आदान-प्रदान होता है। अनुकूलित अधिगम छात्रों की व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुसार निर्देश समायोजित करता है, ग्रहणशील अधिगम में छात्र जानकारी सीधे प्राप्त करते हैं, और वर्णनात्मक अध्यापन केवल जानकारी का वर्णन करता है; इनमें भूमिका विनिमय शामिल नहीं होता।
कारण: पारस्परिक अध्यापन (Reciprocal Teaching) एक शिक्षण विधि है जहाँ शिक्षक और छात्र दोनों पाठ का नेतृत्व करने, प्रश्न पूछने, स्पष्टीकरण देने, सारांशित करने और भविष्यवाणी करने की भूमिकाएँ निभाते हैं। इसमें शिक्षक पहले मॉडल प्रस्तुत करता है, और फिर छात्र धीरे-धीरे नेतृत्व की भूमिका निभाते हैं, जिससे यह एक सहयोगी और छात्र-केंद्रित दृष्टिकोण बन जाता है जहाँ भूमिकाओं का आदान-प्रदान होता है। अनुकूलित अधिगम छात्रों की व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुसार निर्देश समायोजित करता है, ग्रहणशील अधिगम में छात्र जानकारी सीधे प्राप्त करते हैं, और वर्णनात्मक अध्यापन केवल जानकारी का वर्णन करता है; इनमें भूमिका विनिमय शामिल नहीं होता।