21. लॉरेंस कोहलबर्ग के सिद्धांत के बारे में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही है?
(1) यह नैतिक तर्क पर संस्कृति और जेंडर के प्रभाव को ध्यान में रखता है।
(2) यह बच्चों में नैतिक विकास की प्रगति के सटीक अवस्थाओं को निर्दिष्ट नहीं करता है।
(3) यह प्रयोगात्मक विधियों द्वारा किए गए अध्ययन पर आधारित है।
(4) यह बच्चों को दुविधाजनक परिस्थितियाँ प्रस्तुत करता है।
Click To Show Answer
उत्तर : (4) यह बच्चों को दुविधाजनक परिस्थितियाँ प्रस्तुत करता है।
कारण: लॉरेंस कोहलबर्ग ने अपने नैतिक विकास के सिद्धांत को विकसित करने के लिए नैतिक दुविधाओं (moral dilemmas) का उपयोग किया। वह प्रतिभागियों को काल्पनिक स्थितियों के बारे में अपनी राय और कारणों को समझाने के लिए कहते थे, जिससे वे उनके नैतिक तर्क के स्तर को वर्गीकृत कर सकें। कोहलबर्ग के सिद्धांत की अक्सर सांस्कृतिक और जेंडर पूर्वाग्रहों के लिए आलोचना की जाती है, जिसका अर्थ है कि यह संस्कृति और जेंडर के प्रभाव को पूरी तरह से ध्यान में नहीं रखता है। यह बच्चों में नैतिक विकास की छह विशिष्ट अवस्थाओं को निर्दिष्ट करता है, और यह मुख्य रूप से साक्षात्कार-आधारित अध्ययन पर आधारित था, न कि प्रयोगात्मक विधियों पर।
कारण: लॉरेंस कोहलबर्ग ने अपने नैतिक विकास के सिद्धांत को विकसित करने के लिए नैतिक दुविधाओं (moral dilemmas) का उपयोग किया। वह प्रतिभागियों को काल्पनिक स्थितियों के बारे में अपनी राय और कारणों को समझाने के लिए कहते थे, जिससे वे उनके नैतिक तर्क के स्तर को वर्गीकृत कर सकें। कोहलबर्ग के सिद्धांत की अक्सर सांस्कृतिक और जेंडर पूर्वाग्रहों के लिए आलोचना की जाती है, जिसका अर्थ है कि यह संस्कृति और जेंडर के प्रभाव को पूरी तरह से ध्यान में नहीं रखता है। यह बच्चों में नैतिक विकास की छह विशिष्ट अवस्थाओं को निर्दिष्ट करता है, और यह मुख्य रूप से साक्षात्कार-आधारित अध्ययन पर आधारित था, न कि प्रयोगात्मक विधियों पर।