6. लेव वायगोत्स्की संज्ञानात्मक विकास को किस रूप में देखते हैं?
(1) पर्यावरण को प्रभावी रूप से अपनाने की प्रक्रिया
(2) एक सहयोगात्मक प्रक्रिया
(3) एक व्यक्तिगत क्रिया
(4) एक एकीकृत प्रक्रिया
Click To Show Answer
उत्तर : (2) एक सहयोगात्मक प्रक्रिया
कारण: लेव वायगोत्स्की के सामाजिक-सांस्कृतिक सिद्धांत (Sociocultural Theory) का मूल यह है कि संज्ञानात्मक विकास मुख्य रूप से सामाजिक अंतःक्रिया और सहयोग के माध्यम से होता है। उनका मानना था कि बच्चे अपने से अधिक जानकार अन्य (जैसे माता-पिता, शिक्षक, या अधिक सक्षम साथी) के साथ बातचीत करके और अपनी संस्कृति के उपकरणों (जैसे भाषा) का उपयोग करके सीखते हैं। यह सहयोग समीपस्थ विकास के क्षेत्र (Zone of Proximal Development – ZPD) में सीखने की सुविधा प्रदान करता है। अन्य विकल्प या तो पियाजे के विचारों से अधिक निकटता से संबंधित हैं (जैसे अनुकूलन) या बहुत सामान्य और अस्पष्ट विवरण हैं।
कारण: लेव वायगोत्स्की के सामाजिक-सांस्कृतिक सिद्धांत (Sociocultural Theory) का मूल यह है कि संज्ञानात्मक विकास मुख्य रूप से सामाजिक अंतःक्रिया और सहयोग के माध्यम से होता है। उनका मानना था कि बच्चे अपने से अधिक जानकार अन्य (जैसे माता-पिता, शिक्षक, या अधिक सक्षम साथी) के साथ बातचीत करके और अपनी संस्कृति के उपकरणों (जैसे भाषा) का उपयोग करके सीखते हैं। यह सहयोग समीपस्थ विकास के क्षेत्र (Zone of Proximal Development – ZPD) में सीखने की सुविधा प्रदान करता है। अन्य विकल्प या तो पियाजे के विचारों से अधिक निकटता से संबंधित हैं (जैसे अनुकूलन) या बहुत सामान्य और अस्पष्ट विवरण हैं।