9. लेव वायगोत्स्की के सिद्धांत का पालन करते हुए एक शिक्षक को:
(1) अपने विद्यार्थियों के साथ पारस्परिक अध्यापन का अभ्यास करना चाहिए।
(2) विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक उपकरणों के उपयोग को हतोत्साहित करना चाहिए।
(3) विद्यार्थियों द्वारा कंठस्थ किए जाने वाले ज्ञान का प्रसार करना चाहिए।
(4) विद्यार्थियों को एक दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
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उत्तर : (1) अपने विद्यार्थियों के साथ पारस्परिक अध्यापन का अभ्यास करना चाहिए।
कारण: वायगोत्स्की के सिद्धांत के अनुसार, सीखने में सामाजिक अंतःक्रिया और सहयोग महत्वपूर्ण हैं। पारस्परिक अध्यापन (Reciprocal Teaching) एक शिक्षण रणनीति है जो वायगोत्स्की के विचारों पर आधारित है, जिसमें छात्र और शिक्षक मिलकर पाठ को समझने के लिए बातचीत करते हैं, प्रश्न पूछते हैं, स्पष्टीकरण देते हैं और भविष्यवाणी करते हैं। यह समीपस्थ विकास के क्षेत्र (ZPD) में सीखने की सुविधा प्रदान करता है। वायगोत्स्की सांस्कृतिक उपकरणों के उपयोग को बढ़ावा देते हैं, ज्ञान के सक्रिय निर्माण पर जोर देते हैं, और सहयोग को प्राथमिकता देते हैं, प्रतिस्पर्धा को नहीं।
कारण: वायगोत्स्की के सिद्धांत के अनुसार, सीखने में सामाजिक अंतःक्रिया और सहयोग महत्वपूर्ण हैं। पारस्परिक अध्यापन (Reciprocal Teaching) एक शिक्षण रणनीति है जो वायगोत्स्की के विचारों पर आधारित है, जिसमें छात्र और शिक्षक मिलकर पाठ को समझने के लिए बातचीत करते हैं, प्रश्न पूछते हैं, स्पष्टीकरण देते हैं और भविष्यवाणी करते हैं। यह समीपस्थ विकास के क्षेत्र (ZPD) में सीखने की सुविधा प्रदान करता है। वायगोत्स्की सांस्कृतिक उपकरणों के उपयोग को बढ़ावा देते हैं, ज्ञान के सक्रिय निर्माण पर जोर देते हैं, और सहयोग को प्राथमिकता देते हैं, प्रतिस्पर्धा को नहीं।