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नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सबसे उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनिए। आज विश्व के किसी न किसी हिस्से में अशांति का वातावरण बना हुआ है। कहीं अशांति का कारण बेरोजगारी है तो कहीं साम्राज्य के विस्तार की आकांक्षा। कहीं देश को हड़पने का षड्यंत्र है। परिणामस्वरूप बहुत से देश अपने नागरिकों को जीवनयापन के अवसर भी नहीं दे पा रहे हैं। कभी उन्हें बाहरी शक्तियों द्वारा फैलाई गई अशांति अपने कदम पीछे खींचने को विवश कर देती हैं तो कभी आंतरिक शक्तियाँ। ऐसे वातावरण में प्रगति के रास्ते अवरुद्ध हो जाते हैं। विश्व का अधिकांश जन-धन विकास की जगह सुरक्षा के संसाधनों पर व्यय हो रहा है। कहावत है कि ‘शांतचित्त ही बेहतर विकल्प खोज पाता है। किसी को कोई काम सौंपते समय यही कहा जाता है कि शान्ति के साथ मनन करोगे तो यह काम तुमसे जरूर सध जाएगा। विश्व को भी यदि आगे बढ़ना है तो उसे भी नित नए उपाय तलाशने होंगे, जो दोस्ताना और शांतिपूर्ण वातावरण में ही तलाशे जा सकते हैं। जब तक एक-दूसरे के प्रति अविश्वास, एक-दूसरे से भय बना रहेगा, तब तक सबका साथ-साथ बढ़ना संभव नहीं हो पाएगा। सामाजिक आर्थिक एवं सांस्कृतिक उन्नति का रहस्य विश्व शांति में ही छिपा है। चारों ओर शांति होगी तभी वैज्ञानिक उपलब्धियों का लाभ भी सबको मिल पाएगा।
94. वैज्ञानिक उपलब्धियों का लाभ कब संभव है?
1. जब नित नए आविष्कार किये जाएं।
2. जब वैज्ञानिक उपलब्धियों को एक वर्ग विशेष तक पहुँचाया जाए।
3. जब समस्त विश्व में शांति और प्रेम का वातावरण हो।
4. जब वैज्ञानिक आविष्कारों की होड़ में सभी शामिल हो जाएं।
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Answer – (3)