141. पठन-प्रक्रियायां निम्नलिखितप्रक्रियाया: किं नाम- ‘‘पाठक: निर्णयं कर्तुं, तदनु स्वमतिं दातुं मुख्यप्रकरणानि गृह्णाति।’’
1. पर्यवलोकनम् (Scanning)
2. अल्पावलोकनम् (Skimming)
3. संक्षेपीकरणम् (Summarising)
4. बहिर्वेशनम् (Extrapolation)
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Answer – (3)
संक्षिप्तीकरण उस प्रक्रिया को कहते हैं जिसमें किसी लेख, भाषण, विवरण आदि के मूल आशय को सुरक्षित रखने हेतु अप्रासंगिक तथ्यों का परिहार कर सुनियोजित ढंग से अन्तर्निहित उद्देश्य मात्र को प्रस्तुत किया जाता है। पठन की प्रक्रिया में संक्षिप्त लेखन हमें ध्यानपूर्वक पढ़ने और विषयवस्तु को समझने में सहायता करता है।
संक्षिप्तीकरण उस प्रक्रिया को कहते हैं जिसमें किसी लेख, भाषण, विवरण आदि के मूल आशय को सुरक्षित रखने हेतु अप्रासंगिक तथ्यों का परिहार कर सुनियोजित ढंग से अन्तर्निहित उद्देश्य मात्र को प्रस्तुत किया जाता है। पठन की प्रक्रिया में संक्षिप्त लेखन हमें ध्यानपूर्वक पढ़ने और विषयवस्तु को समझने में सहायता करता है।