148. अधिकाध्ययनस्य प्रयोजनमास्ति–
1. तथ्यानां विस्तृतज्ञानार्थं गहनाध्ययनम्
2. शब्दावली-ज्ञानम्
3. सामान्यज्ञानस्य विस्तारणम्
4. मनोरञ्जनं सर्वज्ञानं च
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Answer – (4)
शिक्षण-कार्य की प्रक्रिया का विधिवत् अध्ययन शिक्षणशास्त्र कहलाता है। इसमें अध्यापन की शैली या नीतियों का अध्यापन किया जाता है। गहन अध्ययन प्रविधि से कथा में आए कठिन शब्द नये विचार, मुहावरे, लोकोक्ति आदि की समुचित व्याख्या करते हुए पढ़ाया जाता है। इसमें कथा के कथन, संदेश, उपदेश, निर्देश और समीक्षा के अन्य पहलुओं पर विचार किया जाता है।
शिक्षण-कार्य की प्रक्रिया का विधिवत् अध्ययन शिक्षणशास्त्र कहलाता है। इसमें अध्यापन की शैली या नीतियों का अध्यापन किया जाता है। गहन अध्ययन प्रविधि से कथा में आए कठिन शब्द नये विचार, मुहावरे, लोकोक्ति आदि की समुचित व्याख्या करते हुए पढ़ाया जाता है। इसमें कथा के कथन, संदेश, उपदेश, निर्देश और समीक्षा के अन्य पहलुओं पर विचार किया जाता है।