150. पत्राधानमूल्याङ्कनम् (Portfolio Assessment) अस्ति–
1. अध्यापकेन अधिगमस्य उदाहरणानां कालान्तरालेषु सङ्ग्रहणम् छात्रस्य मूल्याङ्कनार्थम् उपयोगश्च।
2. छात्राणां कार्यकलापानामभिलेख-निर्माणं तस्य पदक्रमनिर्धारणाय उपयोग:।
3. प्रत्येकं छात्रस्य पुस्तिकानिर्माणं तत्र परीक्षाज्रनाम् लेखनम्।
4. छात्रस्य प्रगतिविवरणाभिलेख: यत्र तस्य उपलब्धीनां पदक्रमस्य च वर्णनं वर्तते।
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Answer -(1)
पत्राधानमूल्याङ्कन में अध्यापक द्वारा अधिगम के उदाहरणों को कालान्तर में संग्रह (संगठित) छात्रों के मूल्याङ्कन के लिए उपयोगी होता है। पोर्टफोलियो (पत्राधान) प्राथमिक स्तर पर भाषा आकलन के लिए सर्वाधिक उपयुक्त उपकरण है। यह प्रपत्रों का संगठित और क्रमबद्ध संग्रह हो सकता है जो बच्चों द्वारा किसी विशेष समयान्तराल में तैयार किया गया है।
पत्राधानमूल्याङ्कन में अध्यापक द्वारा अधिगम के उदाहरणों को कालान्तर में संग्रह (संगठित) छात्रों के मूल्याङ्कन के लिए उपयोगी होता है। पोर्टफोलियो (पत्राधान) प्राथमिक स्तर पर भाषा आकलन के लिए सर्वाधिक उपयुक्त उपकरण है। यह प्रपत्रों का संगठित और क्रमबद्ध संग्रह हो सकता है जो बच्चों द्वारा किसी विशेष समयान्तराल में तैयार किया गया है।