148. अधोलिखितं पतिपत्न्यो: एका दिनचर्या अस्ति या सुधामहोदयया स्वछात्रान् प्रदत्ता- 6.00 प्रात: पति: जागरयति 5.30 प्रात: पत्नी जागरयति 7.00 प्रात: व्यायामशालां 06.30 प्रात: व्यायामशालां गच्छति गच्छति 8.30 प्रात: व्यामशालात: 7.30 प्रात: व्यामशालात: आगच्छति आगच्छति सुधामहोदया स्वछात्रान् इमां दिनचर्यां द्रष्टुं निर्दिशति, पतिपत्न्यो: व्यामामशालायां क: अधिकं कालं यापयति इति वदितुं च निर्दिशति। स्वछात्रान् एवंविध अभ्यासप्रदाने सा किं भाषाप्रविधिम् अङ्गीकरोति ?
1. व्याकरण-अनुवाद-विधि:
2. संरचनात्मक-मौखिक-स्थित्यात्मक-उपागम:
3. संप्रेषणात्मक-भाषा-प्रविधि:
4. मानवादि-उपागम:
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Answer – (3)
सुधा महोदया अपने छात्रों को सम्प्रेषणात्मक भाषा प्रविधि के माध्यम से शिक्षण प्रदान कर रही हैं। सम्प्रेषण पद्धति इस विचार पर आधारित है जिससे कि छात्रों में वास्तविक अर्थ का संवाद करने के लिए सीखने वाली भाषा सफलतापूर्वक आ जाती है। जब शिक्षार्थियों को वास्तविक संचार में सम्मिलित किया जाता है तो भाषा अधिग्रहण के लिए उनके प्राकृतिक कौशलों का उपयोग किया जाता है, जिससे उन्हें भाषा का प्रयोग करना एवं सीखना भली प्रकार से आ जाता है।
सुधा महोदया अपने छात्रों को सम्प्रेषणात्मक भाषा प्रविधि के माध्यम से शिक्षण प्रदान कर रही हैं। सम्प्रेषण पद्धति इस विचार पर आधारित है जिससे कि छात्रों में वास्तविक अर्थ का संवाद करने के लिए सीखने वाली भाषा सफलतापूर्वक आ जाती है। जब शिक्षार्थियों को वास्तविक संचार में सम्मिलित किया जाता है तो भाषा अधिग्रहण के लिए उनके प्राकृतिक कौशलों का उपयोग किया जाता है, जिससे उन्हें भाषा का प्रयोग करना एवं सीखना भली प्रकार से आ जाता है।