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नीचे दिए गए पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के रूप में सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए।
जो बरसों तक सड़े जेल में,
उनकी याद करें।
जो फाँसी पर चढ़े खेल में,
उनकी याद करें।
बलिदानों की बेला आई,
लोकतंत्रा दे रहा दुहाई,
स्वाभिमान से वही जियेगा
जिससे कीमत गई चुकाई
मुक्ति माँगती शक्ति संगठित,
युक्ति सुसंगत, भक्ति अकम्पित,
कृति तेजस्वी, धृति हिमगिरी-सी
मुक्ति मांगती गति अप्रतिहत।
अंतिम विजय सुनिश्चित, पथ में
क्यों अवसाद करें?
उनकी याद करें।
जो बरसों तक सड़े जेल में,
उनकी याद करें।
जो फाँसी पर चढ़े खेल में,
उनकी याद करें।
बलिदानों की बेला आई,
लोकतंत्रा दे रहा दुहाई,
स्वाभिमान से वही जियेगा
जिससे कीमत गई चुकाई
मुक्ति माँगती शक्ति संगठित,
युक्ति सुसंगत, भक्ति अकम्पित,
कृति तेजस्वी, धृति हिमगिरी-सी
मुक्ति मांगती गति अप्रतिहत।
अंतिम विजय सुनिश्चित, पथ में
क्यों अवसाद करें?
उनकी याद करें।
104. पद्यांश के अनुसार बलिदान से ही स्वतंत्रता का लक्ष्यः
1. संभवतः प्राप्त होगा
2. अवश्य प्राप्त होगा
3. प्राप्त नहीं होगा
4. देर से प्राप्त होगा
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Answer – (2)