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चिड़िया तू जो मगन, धरा मगन, गगन मगन
फैला ले पंख ज़रा, उड़ तो सही, बोली पवन।
अब जब हौंसले से, घोंसले से आई निकल
चल बड़ी दूर, बहुत दूर, जहां तेरे सजन।
वृक्ष की डाल देखें
जंगल-ताल दिखें
खेतों में झूम रही
धान की बाल दिखें
गाँव-देहात दिखें, रात दिखे, प्रात दिखे
खुल कर घूम यहाँ, यहाँ नहीं घर की घुटन
चिड़िया तू जो मगन….
फैला ले पंख ज़रा, उड़ तो सही, बोली पवन।
अब जब हौंसले से, घोंसले से आई निकल
चल बड़ी दूर, बहुत दूर, जहां तेरे सजन।
वृक्ष की डाल देखें
जंगल-ताल दिखें
खेतों में झूम रही
धान की बाल दिखें
गाँव-देहात दिखें, रात दिखे, प्रात दिखे
खुल कर घूम यहाँ, यहाँ नहीं घर की घुटन
चिड़िया तू जो मगन….
101. चिड़िया से क्या करने के लिए कहा जा रहा है?
1. अपने घोंसले से बहार निकल उड़ने के लिए
2. वृक्ष की डाल पर बैठकर दुनिया देखने के लिए
3. गाँव-देहात घूम-घूमकर देखने के लिए
4. जंगलों में घूमकर उन्हें निहारने के लिए
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Answer -(1)