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अधोलिखितं गद्यांशं पठित्वा सप्तप्रश्नानां (9-15) समीचीनानि उत्तराणि देयानि-
एकास्मिन् ग्रामे एक निर्धन: कृषक: वसति स्म। स स्वल्पभूखण्डस्य स्वाम्यासीत् । परन्तु तस्य प्रतिवेशी विस्तृतभूखण्डस्य स्वाम्यासीत् । अस्मात् कारणादेव प्रतिवेशी धनवान् आसीत् । स: स्वयं कृषिकार्यं नाकरोत्। तस्य क्षेत्रे श्रमिका: कार्य कुर्वन्ति स्म। प्रतिवेशिमनसि धनाढ्यताया: अहंकार: संजात:। स: प्रायश: निर्धन – कृषकस्यापमानं करोति स्म। अनेन प्रतिवेशिन: व्यवहारेण निर्धन: कृषक: दु:ख्यभवत् । एकदा खिन्नमनसा स्वक्षेत्रेष्वभ्रमत्। तेन एक: जन: स्वक्षेत्रे मूर्च्छितावस्थायां दृष्ट:। कृषकेण मूर्च्छितजनस्य जलबिन्दुभि: सेचनं कृतं। कृषकस्य तत्प्रयासेन मूर्च्छितजन: संज्ञा लब्धवान् ।
एकास्मिन् ग्रामे एक निर्धन: कृषक: वसति स्म। स स्वल्पभूखण्डस्य स्वाम्यासीत् । परन्तु तस्य प्रतिवेशी विस्तृतभूखण्डस्य स्वाम्यासीत् । अस्मात् कारणादेव प्रतिवेशी धनवान् आसीत् । स: स्वयं कृषिकार्यं नाकरोत्। तस्य क्षेत्रे श्रमिका: कार्य कुर्वन्ति स्म। प्रतिवेशिमनसि धनाढ्यताया: अहंकार: संजात:। स: प्रायश: निर्धन – कृषकस्यापमानं करोति स्म। अनेन प्रतिवेशिन: व्यवहारेण निर्धन: कृषक: दु:ख्यभवत् । एकदा खिन्नमनसा स्वक्षेत्रेष्वभ्रमत्। तेन एक: जन: स्वक्षेत्रे मूर्च्छितावस्थायां दृष्ट:। कृषकेण मूर्च्छितजनस्य जलबिन्दुभि: सेचनं कृतं। कृषकस्य तत्प्रयासेन मूर्च्छितजन: संज्ञा लब्धवान् ।
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एक गाँँव में एक गरीब किसान रहता था। वह छोटी जमीन का मालिक था। किंतु उसका पडोसी बड़ी जमीन का मालिक था। इसी कारण से पडोसी धनिक था। वह खुद कृषिकार्य नहीं करता था। उसके खेती में मजदूर काम करते थे। पड़ोसी के मन में धनिकता का अहंकार उत्पन्न हुआ। वह हमेशा गरीब किसान का अपमान करता था | इस पडोसी के व्यवहार से गरीब किसान दु:खी हुआ।
एक दिन वह अपने जमीन में दु:खी मन से घूम रहा था। उसने एक आदमी को अपने जमीन में मूर्च्छित अवस्था में देखा। किसान ने मूर्च्छित आदमी के उपर पानी छिड़का। किसान के उस कोशिश से मूर्च्छित आदमी को होश आया।
129. स्वल्पभूखण्डस्य स्वामी क: आसीत् ।
1. निर्धन: कृषक:
2. धनाढ्यकृषक:
3. मूर्च्छितजन:
4. प्रतिवेशी
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Answer -(1)
निर्धन कृषक अल्प भूखण्ड का स्वामी था। परन्तु उसका प्रतिवेशी विस्तृत भूखण्ड का स्वामी था।
निर्धन कृषक अल्प भूखण्ड का स्वामी था। परन्तु उसका प्रतिवेशी विस्तृत भूखण्ड का स्वामी था।