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नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सबसे उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनिए।
कोई पेड़ एक वर्ष बाद ही मर जाता है। सब पेड़ मरने से पहले संतान छोड़ जाने के लिए व्यग्र हैं। बीज ही गाछ-बिरछ की संतान है। बीज की सुरक्षा व सार संभाल के लिए पेड़ फूल की पंखुड़ियों से घिरा एक छोटा-सा घर तैयार करता है। फूलों से आच्छादित होने पर पेड़ कितना सुंदर दिखलाई पडता है। फूल की तरह सुंदर चीज और क्या है? ज़रा सोचो तो, गाछ- बिरछ तो मटमैली माटी से आहार व विषाक्त वायु से अंगारक ग्रहण करते हैं। फिर इस अपरूप उपादान से किस तरह ऐसे सुन्दर फूल खिलते हैं। कथा सुनी होगी – पारस पत्थर की, जिसके परस से सोना लोहा हो जाता है। ममता का परस पाते ही मानो माटी व अंगार के फूल बन जाते है। खुशी के मौके पर हम प्रफुल्लित होकर अपने प्रियजनों को निमंत्रित करते है। उसी प्रकार फूलों की बहार छाने पर गाछ-विरछ भी अपने बंधु बांधवों को बुलाते है। मधुमक्खी व तितली आती हैं। पतंगों पक्षियों के डर से दिन में बाहर नहीं निकलते। शाम होते ही उन्हें बुलाने की खातिर फूल चारों तरफ़ सुगंध फैला देते हैं।
कोई पेड़ एक वर्ष बाद ही मर जाता है। सब पेड़ मरने से पहले संतान छोड़ जाने के लिए व्यग्र हैं। बीज ही गाछ-बिरछ की संतान है। बीज की सुरक्षा व सार संभाल के लिए पेड़ फूल की पंखुड़ियों से घिरा एक छोटा-सा घर तैयार करता है। फूलों से आच्छादित होने पर पेड़ कितना सुंदर दिखलाई पडता है। फूल की तरह सुंदर चीज और क्या है? ज़रा सोचो तो, गाछ- बिरछ तो मटमैली माटी से आहार व विषाक्त वायु से अंगारक ग्रहण करते हैं। फिर इस अपरूप उपादान से किस तरह ऐसे सुन्दर फूल खिलते हैं। कथा सुनी होगी – पारस पत्थर की, जिसके परस से सोना लोहा हो जाता है। ममता का परस पाते ही मानो माटी व अंगार के फूल बन जाते है। खुशी के मौके पर हम प्रफुल्लित होकर अपने प्रियजनों को निमंत्रित करते है। उसी प्रकार फूलों की बहार छाने पर गाछ-विरछ भी अपने बंधु बांधवों को बुलाते है। मधुमक्खी व तितली आती हैं। पतंगों पक्षियों के डर से दिन में बाहर नहीं निकलते। शाम होते ही उन्हें बुलाने की खातिर फूल चारों तरफ़ सुगंध फैला देते हैं।
94. “विषाक्त वायु से अंगारक ग्रहण करते है।” ‘अंगारक’ शब्द किसके लिए प्रयुक्त हुआ है?
1. धूप
2. आक्सीजन
3. कार्बन डाईआक्साइड
4. वाष्प
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Answer – (3)