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नीचे दिए गए पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सबसे उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनिएः
देखकर बाधा विविध बहु विघ्न घबराते नहीं।
रह भरोसे भाग के, दुख भोग पछताते नहीं।।
काम कितना ही कठिन हो, किंतु उकताते नहीं।
भीर में चंचल बने जो वीर दिखाते नहीं।।
हो गए एक आन में उनके बुरे दिन भी भले।
जगह सब काल में वे ही मिले फूले फले।।
पर्वतों को काटकर सड़कें बना देते हैं वे।
सैकड़ों मरुभूमि में नदियाँ बहा देते हैं वे।।
देखकर बाधा विविध बहु विघ्न घबराते नहीं।
रह भरोसे भाग के, दुख भोग पछताते नहीं।।
काम कितना ही कठिन हो, किंतु उकताते नहीं।
भीर में चंचल बने जो वीर दिखाते नहीं।।
हो गए एक आन में उनके बुरे दिन भी भले।
जगह सब काल में वे ही मिले फूले फले।।
पर्वतों को काटकर सड़कें बना देते हैं वे।
सैकड़ों मरुभूमि में नदियाँ बहा देते हैं वे।।
103. ‘सैंकड़ों मरुभूमि में नदियाँ बहा देते हैं वे’ में रेखांकित पंक्ति का भाव हैः
1. पसीना बहाना।
2. असंभव कार्य को संभव बना देना।
3. नदी से नहर निकालना।
4. तालाब खोदना।
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Answer – (2)